भारत सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं की सहायता के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना चलाई जा रही है। यह योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत संचालित की जा रही है, जिसमें गर्भवती महिलाओं को ₹5,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
आर्थिक सहायता का विवरण
इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को तीन किस्तों में कुल ₹5,000 की राशि दी जाती है। पहली किस्त में ₹1,000, दूसरी किस्त में ₹2,000, और तीसरी किस्त में ₹2,000 की राशि प्रदान की जाती है। यह राशि सीधे महिला के बैंक खाते में जमा की जाती है।
लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया
महिलाएं गर्भावस्था के दौरान इस योजना का लाभ ले सकती हैं। पहली किस्त गर्भावस्था के पहले 150 दिनों के भीतर रजिस्ट्रेशन करने पर मिलती है। दूसरी किस्त गर्भावस्था के 180 दिन पूरे होने पर, और तीसरी किस्त बच्चे के जन्म के बाद प्रदान की जाती है।
आवेदन की आवश्यकताएं
योजना में आवेदन करने के लिए महिला का आधार कार्ड, पति का आधार कार्ड, प्रेगनेंसी की पहली जांच रिपोर्ट, और आधार से जुड़ा बैंक खाता होना आवश्यक है। सभी दस्तावेज पूर्ण और सही होने चाहिए। आवेदन ऑनलाइन या नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र में किया जा सकता है।
योजना का महत्व
यह योजना गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आर्थिक सहायता से महिलाएं अपने और अपने होने वाले बच्चे के लिए बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकती हैं। यह योजना विशेष रूप से पहले बच्चे की गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सहायता प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है। यह न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि मां और बच्चे के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती है। योजना का लाभ लेने के लिए समय पर आवेदन और सही दस्तावेजों का होना आवश्यक है।