प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM KUSUM) किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। इसके तहत, किसानों को सौर ऊर्जा पंप लगाने के लिए सरकारी मदद मिलती है। यह योजना खासकर उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो बिजली कनेक्शन का इंतजार कर रहे हैं या डीजल पंप का इस्तेमाल कर रहे हैं।
क्या है योजना
राजस्थान सरकार ने इस योजना के तहत बड़ा लक्ष्य रखा है। वर्ष 2023-24 में पूरे राज्य में 1 लाख सौर ऊर्जा पंप लगाने का प्लान है। गंगानगर जिले में अकेले 13 हजार पंप लगाने का टारगेट है।
किसको कितना होगा फायदा
इस योजना में किसानों को बड़ी मदद मिलती है। सरकार पंप की कीमत का 60% तक अनुदान देती है। इसमें 30% केंद्र सरकार और 30% राज्य सरकार देती है। 45,000 रुपये की अतिरिक्त मदद भी अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को मिलती है।
किसानों की भागीदारी
किसानों को पंप की कुल कीमत का 40% खुद देना होता है। इसमें से 30% तक का लोन बैंक से लिया जा सकता है। किसान खुद तय कर सकते हैं कि वे किस कंपनी से पंप खरीदेंगे।
होने चाहिए ये दस्तावेज
योजना में छोटे और सीमांत किसानों को पहले मौका मिलता है। किसान के पास कम से कम 0.4 हेक्टेयर जमीन होनी चाहिए। आवेदन के लिए जनाधार कार्ड, जमीन के कागजात, और कुछ घोषणापत्र जरूरी हैं।
आसान है आवेदन
किसान राजकिसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद सरकारी अधिकारी आवेदन की जांच करेंगे और तकनीकी सर्वे के लिए कंपनी को भेजेंगे।
योजना के फायदे
- किसानों को सस्ते में सौर पंप मिलते हैं।
- बिजली की समस्या से छुटकारा मिलता है।
- डीजल पंप की तुलना में खर्च कम होता है।
- पर्यावरण के लिए अच्छा है।
रखे सावधानियां
- केवल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कंपनियों से ही पंप खरीदें।
- सभी जरूरी दस्तावेज सही से जमा करें।
- पंप लगाने के बाद उसकी देखभाल जरूर करें।
यह योजना किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे न सिर्फ उनकी सिंचाई की समस्या हल होगी, बल्कि खेती का खर्च भी कम होगा। साथ ही, यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। किसान भाई इस मौके का फायदा जरूर उठाएं और अपनी खेती को और बेहतर बनाएं।