भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को व्यापक बनाने के लिए शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना ने देश के स्वास्थ्य परिदृश्य में एक नया अध्याय जोड़ा है। यह नई पहल वंचित वर्गों के लिए एक वरदान से कम नहीं है।
Ayushman Card योजना की नई रूपरेखा
आयुष्मान भारत के तहत, पात्र परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा कवच मिलता है। लाभार्थियों को एक विशेष आयुष्मान कार्ड दिया जाता है, जिससे वे देशभर के चुनिंदा अस्पतालों में बिना नकद भुगतान के इलाज करा सकते हैं।
बुजुर्गों के लिए राहत
हाल ही में सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिक इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। यह फैसला लगभग 6 करोड़ बुजुर्गों के जीवन में स्वास्थ्य सुरक्षा का नया आयाम जोड़ेगा। इन नए लाभार्थियों को एक विशिष्ट कार्ड जारी किया जाएगा।
योजना का प्रभाव
सरकारी आंकड़े इस योजना की सफलता की गवाही देते हैं। जून 2024 तक, 34 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड वितरित किए जा चुके थे। इस अवधि में, करीब 7.37 करोड़ रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा मिली, जिसकी कुल लागत एक लाख करोड़ रुपये के आसपास थी।
कौन हैं पात्र?
यह योजना मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों, बेसहारा लोगों, आदिवासी समुदायों, अनुसूचित जाति/जनजाति के सदस्यों, विकलांग व्यक्तियों और असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए है। अपनी पात्रता की जांच आसानी से ऑनलाइन या टोल-फ्री नंबर 14555 पर की जा सकती है।
आवेदन प्रक्रिया
योजना में शामिल होने के इच्छुक व्यक्ति अपने नजदीकी सामुदायिक सेवा केंद्र (CSC) पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड, निवास प्रमाण, राशन कार्ड और एक कार्यशील मोबाइल नंबर आवश्यक हैं।
आयुष्मान भारत योजना स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है। यह न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रही है, बल्कि अब वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल पर भी विशेष ध्यान दे रही है। यह पहल भारत को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लक्ष्य की ओर अग्रसर कर रही है।
इस योजना के माध्यम से, सरकार न केवल लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा कर रही है, बल्कि उन्हें आर्थिक संकट से भी बचा रही है। आने वाले वर्षों में, यह कार्यक्रम भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकता है, जिससे एक स्वस्थ और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण होगा।