भारतीय निर्माण उद्योग में सरिया एक महत्वपूर्ण सामग्री है, और इसकी कीमतों में होने वाले परिवर्तन पूरे देश में निर्माण गतिविधियों को प्रभावित करते हैं। आज, 6 सितंबर 2024 को, सरिया बाजार में कुछ दिलचस्प रुझान देखने को मिल रहे हैं।
फैक्टरी दरों में स्थिरता, स्थानीय बाजारों में उतार-चढ़ाव
देश भर की फैक्टरियों में 12 मिमी सरिया की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, स्थानीय बाजारों में विभिन्न आकारों के सरिया की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया है। यह अंतर स्थानीय मांग, परिवहन लागत और अन्य क्षेत्रीय कारकों के कारण हो सकता है।
विभिन्न आकारों के सरिया की कीमतें
स्थानीय बाजारों में सरिया की कीमतें आकार के अनुसार भिन्न होती हैं:
- 6 मिमी सरिया: ₹6,100 प्रति क्विंटल
- 10 मिमी सरिया: ₹5,400 प्रति क्विंटल
- 12 मिमी सरिया: ₹5,310 प्रति क्विंटल
- 16 मिमी सरिया: ₹8,120 प्रति क्विंटल
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये कीमतें औसत हैं और स्थानीय स्तर पर भिन्न हो सकती हैं।
प्रमुख शहरों में 12 मिमी सरिया की कीमतें
भारत के विभिन्न शहरों में 12 मिमी सरिया की कीमतों में काफी अंतर है:
- अहमदाबाद: ₹44,800 प्रति टन (₹100 की कमी)
- बैंगलोर: ₹46,200 प्रति टन
- दिल्ली: ₹44,800 प्रति टन (₹100 की कमी)
- चेन्नई: ₹46,200 प्रति टन
- हैदराबाद: ₹43,500 प्रति टन
अन्य शहरों जैसे दुर्गापुर, मंडी गोबिंदगढ़, और गोवा में भी कीमतों में ₹100 से ₹300 प्रति टन तक का अंतर देखा गया है।
फैक्टरी दरों में विविधता
12 मिमी टीएमटी बार की फैक्टरी कीमतें भी निर्माताओं और क्षेत्रों के अनुसार भिन्न हैं:
- अहमदाबाद (ब्रिस्कन): ₹55,400 प्रति टन
- भावनगर (जेआर ग्रुप): ₹53,401 प्रति टन (₹200 की कमी)
- मुंबई (जेएसडब्ल्यू): ₹52,000 प्रति टन
- लुधियाना (अम्बा शक्ति): ₹51,400 प्रति टन
सरिया की कीमतों में ये उतार-चढ़ाव निर्माण उद्योग को सीधे प्रभावित करते हैं। कीमतों में वृद्धि से निर्माण लागत बढ़ सकती है, जबकि कमी से परियोजनाओं की लागत कम हो सकती है। इसलिए, बिल्डरों और ठेकेदारों के लिए इन कीमतों पर नज़र रखना महत्वपूर्ण है।
घर के मालिकों और छोटे निर्माण कार्यों के लिए, यह सलाह दी जाती है कि वे खरीदारी से पहले अपने स्थानीय डीलरों से संपर्क करें। कीमतें दैनिक आधार पर बदल सकती हैं, इसलिए नवीनतम दरों की जानकारी रखना महत्वपूर्ण है।
सरिया बाजार में कीमतों का यह उतार-चढ़ाव भारतीय अर्थव्यवस्था की गतिशीलता को दर्शाता है। हालांकि फैक्टरी दरों में स्थिरता दिखाई दे रही है, स्थानीय बाजारों में मामूली बदलाव देखे जा रहे हैं। निर्माण क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों के लिए इन कीमतों पर नज़र रखना और सूचित निर्णय लेना महत्वपूर्ण है। अंत में, किसी भी खरीद से पहले स्थानीय डीलरों से परामर्श करना सबसे अच्छा विकल्प है।