दीनदयाल अंत्योदय योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जो गरीब और जरूरतमंद लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए शुरू की गई है। यह योजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर स्थापित की गई है और इसका मुख्य उद्देश्य देश से गरीबी को कम करना है।
Deendayal Antyodaya Yojana से होंगे बहुत फायदे
इस योजना का मुख्य लक्ष्य गरीब परिरों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत लाभार्थियों को ₹10,000 से ₹50,000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाती है, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।
हितकारी है ये योजना
योजना के तहत कई महत्वपूर्ण लाभ दिए जाते हैं। कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से लोगों को रोजगार के योग्य बनाया जाता है। स्वयं सहायता समूहों को ₹10,000 का प्रारंभिक समर्थन दिया जाता है। व्यक्तिगत उद्यमों के लिए 2 लाख रुपये तक और सामूहिक उद्यमों के लिए 10 लाख रुपये तक की ब्याज सब्सिडी का प्रावधान है।
जाने क्या लगेंगे दस्तावेज
योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को भारतीय नागरिक होना चाहिए और उसकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। आवेदन के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और बैंक खाते का विवरण जरूरी है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना ने देश भर में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। अब तक 60 हजार से अधिक परिवारों को लाभान्वित किया जा चुका है। 16 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स को पहचान पत्र दिए गए हैं। हजारों लोगों को कौशल प्रशिक्षण से रोजगार के नए अवसर मिले हैं।
योजना पूरी तरह से निःशुल्क है और आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है। लाभार्थियों को निरंतर मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जाती है। यह राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एकीकृत रूप है, जो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन के लिए काम कर रहा है।