आधार कार्ड आज के समय में भारतीयों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है। यह न केवल पहचान का प्रमाण है, बल्कि विभिन्न सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी आवश्यक है। लगभग 90% भारतीय जनसंख्या के पास आधार कार्ड है, जो इसकी व्यापक पहुंच को दर्शाता है।
शादी के बाद पता और नाम बदलने की आवश्यकता
भारतीय समाज में, शादी के बाद अधिकांश महिलाएं अपने पति के घर में रहने चली जाती हैं। इस परिस्थिति में, उनके आधार कार्ड में दर्ज पता बदलना आवश्यक हो जाता है। यह न केवल एक औपचारिकता है, बल्कि कई कानूनी और प्रशासनिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण भी है।
आधार कार्ड में पता बदलने की प्रक्रिया
पता बदलने की प्रक्रिया सरल और सीधी है। निम्नलिखित चरणों का पालन करके आप आसानी से अपनी पत्नी का आधार कार्ड अपडेट करवा सकते हैं:
- नजदीकी आधार केंद्र का दौरा करें।
- वहां मौजूद ऑपरेटर से अपडेट फॉर्म प्राप्त करें।
- फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरें, विशेष रूप से नए पते की जानकारी।
- पति के आधार कार्ड की प्रति पते के प्रमाण के रूप में संलग्न करें।
- शादी का प्रमाण पत्र या शादी का कार्ड भी संलग्न करें।
- बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए तैयार रहें।
सरनेम बदलने की प्रक्रिया
कई महिलाएं शादी के बाद अपने पति का सरनेम अपनाना चाहती हैं। आधार कार्ड में यह परिवर्तन भी संभव है। इसके लिए:
स्टेप 1. अपडेट फॉर्म में नए सरनेम की जानकारी दर्ज करें।
स्टेप 2. शादी का कार्ड या मैरिज सर्टिफिकेट अनिवार्य रूप से जमा करें।
स्टेप 3. पति के आधार कार्ड की प्रति भी संलग्न करें।
महत्वपूर्ण बिंदु
- पता परिवर्तन के लिए पति का आधार कार्ड एक वैध पता प्रमाण माना जाता है।
- सरनेम बदलने के लिए शादी का प्रमाण अनिवार्य है।
- प्रक्रिया पूरी होने के कुछ दिनों बाद, अपडेटेड आधार कार्ड रजिस्टर्ड पते पर भेजा जाएगा।
- वैकल्पिक रूप से, अपडेटेड आधार कार्ड को ऑनलाइन डाउनलोड भी किया जा सकता है।
आधार कार्ड में पता और सरनेम बदलने की प्रक्रिया सरल और सुव्यवस्थित है। यह महिलाओं को शादी के बाद अपनी पहचान को आसानी से अपडेट करने में मदद करती है। यह न केवल कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करता है, बल्कि विभिन्न सरकारी सेवाओं का निर्बाध लाभ उठाने में भी सहायक होता है। अतः, शादी के बाद आधार कार्ड अपडेट करवाना एक महत्वपूर्ण कदम है जिसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए।