बिहार सरकार ने राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति पैसों के अभाव में चिकित्सा सुविधाओं से वंचित न रहे। इसी उद्देश्य से आयुष्मान कार्ड की योजना को तेजी से लागू किया जा रहा है।
5 लाख के इलाज बिना खर्च
आयुष्मान कार्ड एक ऐसी पहल है जो बिहार के लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करती है। यह कार्ड राज्य सरकार द्वारा अपने स्तर पर बनाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। सरकार का प्रयास है कि राज्य के सभी राशन कार्डधारियों को आयुष्मान कार्ड मिले।
सीतामढ़ी जिले में विशेष अभियान
सीतामढ़ी जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए एक विशेष तीन दिवसीय अभियान चल रहा है। जिले की डीएम, रिची पांडेय ने इस पहल के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले अभियान में जिले ने शानदार प्रदर्शन किया था, जिसमें **5.11 लाख** आयुष्मान कार्ड बनाए गए थे। यह उपलब्धि सीतामढ़ी को राज्य में एक प्रमुख स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण साबित हुई है।
आयुष्मान दिवस पर विशेष योजना
23 से 25 सितंबर तक एक विशेष अभियान का आयोजन किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य आयुष्मान कार्ड का निर्माण करना है। यह पहल पूरे बिहार में की जा रही है। पहले इस अभियान को 31 जुलाई तक चलाने की योजना थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 7 अगस्त, 2024 तक कर दिया गया है। सरकार का लक्ष्य यह है कि राज्य के सभी राशन कार्डधारी लोग आयुष्मान कार्ड के लाभ से वंचित न रहें।
गरीबो का रखा गया है विषेश ध्यान
आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसे 2017 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज प्रदान किया जाता है। आयुष्मान कार्ड धारक किसी भी निजी अस्पताल में अपनी जरूरत के अनुसार इलाज करा सकते हैं।
बिहार सरकार की यह पहल राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आयुष्मान कार्ड न केवल गरीब परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच भी सुनिश्चित करता है। यह योजना बिहार के लोगों के जीवन में एक नई आशा की किरण लेकर आई है, जो उन्हें बेहतर स्वास्थ्य और समृद्धि की ओर ले जाएगी।