भारत सरकार ने हाल ही में छोटी बचत योजनाओं के नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये बदलाव मुख्य रूप से पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) जैसी लोकप्रिय बचत योजनाओं को प्रभावित करेंगे। इन नए नियमों का उद्देशय पुराने खातों को नियमित करना और खाता धारकों की जानकारी को अद्यतन करना है। आइए समझते हैं कि ये बदलाव क्या हैं और आम लोगों पर इनका क्या प्रभाव पड़ेगा।
गैर-आवासीय भारतीयों (एनआरआई) के लिए पीपीएफ खातों में एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। वर्तमान में, एनआरआई के पीपीएफ खातों पर पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट (पीओएसए) की ब्याज दर लागू होती है। लेकिन 1 अक्टूबर 2024 से, यदि खाताधारक अपने खाते को नए नियमों के अनुसार अपडेट नहीं करते हैं, तो उनके खातों पर ब्याज दर शून्य हो जाएगी। यह एक गंभीर मुद्दा है, और एनआरआई खाताधारकों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द अपने खातों की जानकारी अपडेट करें।
नाबालिगों के पीपीएफ खातों में बदलाव
नए दिशानिर्देशों के अनुसार, नाबालिगों के नाम पर खोले गए पीपीएफ खातों में भी बदलाव आए हैं। अब इन खातों में 18 साल की उम्र तक पीओएसए की ब्याज दर लागू रहेगी। 18 साल की आयु के बाद, मानक पीपीएफ ब्याज दर लागू होगी और खाते की परिपक्वता की गणना इसी समय से शुरू होगी। यह बदलाव नाबालिग खाताधारकों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि उन्हें लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
यदि किसी व्यक्ति के पास एक से अधिक पीपीएफ खाते हैं, तो अब केवल प्रमुख खाते पर ही योजना की ब्याज दर लागू होगी। अन्य खातों में जमा राशि को प्राथमिक खाते में स्थानांतरित किया जाएगा और अतिरिक्त राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा। यह कदम खाताधारकों को अपने सभी पीपीएफ खातों को एक में समेकित करने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में हुए बदलाव
सुकन्या समृद्धि योजना में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। अब उन खातों को, जिन्हें दादा-दादी या नाना-नानी ने बिना माता-पिता के नाम के खोला था, कानूनी अभिभावकों या प्राकृतिक माता-पिता के नाम पर स्थानांतरित करना आवश्यक होगा। इस कदम का उद्देश्य खातों की पारदर्शिता बढ़ाना और भविष्य में किसी प्रकार की गड़बड़ी से बचना है।
ये बदलाव छोटी बचत योजनाओं को और अधिक पारदर्शी और नियमित बनाने के लिए किए गए हैं। खाताधारकों को सलाह दी जाती है कि वे इन बदलावों के बारे में जानकारी रखें और आवश्यक कार्रवाई करें। विशेष रूप से एनआरआई खाताधारकों और सुकन्या समृद्धि योजना के लाभार्थियों को जल्द से जल्द अपने खातों को अपडेट करना चाहिए। ये बदलाव 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होंगे, इसलिए समय रहते सभी आवश्यक कदम उठाना महत्वपूर्ण है। इन बदलावों का पालन करके, खाताधारक अपनी बचत पर बेहतर रिटर्न सुनिश्चित कर सकते हैं और भविष्य में किसी भी प्रकार की असुविधा से बच सकते हैं।