देश भर में लगातार बढ़ती महंगाई ने आम जनता को परेशान कर रखा है। रोजाना उपयोग की जाने वाली वस्तुओं और जरूरी सामग्रियों की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है, जिससे मध्यम वर्ग के लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
हालांकि, हाल ही में कुछ अच्छी खबर सामने आई है। देश के कई शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आम जनता को थोड़ी राहत मिली है। गाजीपुर, पटना और गुरुग्राम में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे से एक रुपये तक की कमी देखी गई है।
उदाहरण के लिए, गाजीपुर में पेट्रोल 94.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.99 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है, जबकि पटना में पेट्रोल 105.18 रुपये और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। इस तरह, देश के कई शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक रुपये या उससे अधिक की कटौती के साथ आम जनता को राहत मिली है।
कच्चे तेल की कीमतों में आया फिर से उतार-चढ़ाव
वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 73.56 डॉलर प्रति बैरल और WTI क्रूड ऑयल का भाव 70.71 डॉलर प्रति बैरल को छू गया है।
हालांकि, पिछले एक हफ्ते के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला है, जिससे भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और भी गिरावट आ सकती है।
देश के प्रमुख शहरों में कीमतें एक समान
देश के चार बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। राजधानी में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल का दाम 87.62 रुपये प्रति लीटर है। वित्तीय केंद्र में पेट्रोल की कीमत 104.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.15 रुपये प्रति लीटर है।
भरत देश में विविधता देहने हो मिलती ही है और ऐसा यहाँ भी हुआ है एक अन्य शहर में पेट्रोल की कीमत 103.94 रुपये प्रति लीटर और डीजल का मूल्य अब 90 रुपये से अधिक हो गया है, जो प्रति लीटर 90.76 रुपये तक पहुंच गया है। इसी बीच, दक्षिण भारत के एक प्रमुख महानगर में स्थिति और भी चिंताजनक है, जहां पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के आंकड़े को पार कर गई है और अब 100.75 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। इसी शहर में डीजल भी महंगा हो गया है, जिसकी कीमत 92.43 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है।
आम जनता को उम्मीद है कि कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट आने से देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी और कमी देखने को मिल सकती है, जिससे उनका बजट हल्का होगा।